Life- ज़िंदगी
Gazal, Hindi Poetry, Songs
Monday, March 1, 2021
सोलह श्रृंगार - आईना कह गया, चूड़ियाँ कह गयी...
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फ़ासले बढ़ते गये...
सोलह श्रृंगार - आईना कह गया, चूड़ियाँ कह गयी...
मंज़िलें कह रहीं हैं ज़रा तुम सुनों...
World - संसार
World (संसार) है जन्म यहीं है मरण यहीं,चिंताओं का हरण यहीं। एकल से द्विजता धरती,मर्यादाओ का वरण यहीं।। हर मनुज धरा पर पग...