Life- ज़िंदगी
Gazal, Hindi Poetry, Songs
Sunday, January 3, 2021
नव वर्ष की इस शुभ वेला में...
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
फ़ासले बढ़ते गये...
मंज़िलें कह रहीं हैं ज़रा तुम सुनों...
फ़ासले बढ़ते गये...
सोलह श्रृंगार - आईना कह गया, चूड़ियाँ कह गयी...
No comments:
Post a Comment