सिर्फ तुम
तुम्हें पता है मेरी वफ़ा का मान तुम हो ।
तुम ही प्यार मेरा दिल-ए-अरमान तुम हो ।।
तुम ही धड़कन में बसी जिंदगी मेरी।
मेरे ख्यालों का आसमान तुम हो ।।
मेरी नज़रों की शोखे तलाश हो तुम।
मेरे दिल के दिल-ए- मेजबान तुम हो।।
फिजा में घुली महक है अदा तेरी।
सुरूर तुम ही वादियों की शान तुम हो।।
मेरी रूह-ए-नज़र की तलाश हो तुम।
मेरी मंज़िल तुम्ही मोहब्बत की जान तुम हो।।
चकोर-ए-दिल की स्वाति की बूंद हो तुम।
दुवाओं का असर तुम ही इबादत का मान तुम हो।।
तेरे बगैर कोई मोल नही साँसों का मेरी।
सच कहूं तो मेरी जिंदगी का बै आन तुम हो।।
तू नही तो वीरान है दुनिया मेरी।
तू ही धरती मेरी मोहब्बत की आसमान तुम हो।।
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